भारत में कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन के वितरण में 80,000 करोड़ रुपये खर्च आने की बात पर सरकार असहमत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदर पूनावाला के उस ट्वीट का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने पूछा था कि इतना पैसा कहां से आएगा
पूनावाला ने सवाल किया था कि सरकार के पास अगले एक साल में देश के प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन देने और उसे खरीदने के लिए 80,000 करोड़ रुपये हैं, यह अगली चुनौती है, जिससे हमें जूझना पड़ेगा। इसका जवाब देते हुए भूषण ने कहा, हम इस 80 हजार करोड़ के आकलन से सहमत नहीं हैं। सरकार ने वैक्सीन विशेषज्ञों की एक राष्ट्रीय समिति बनाई है और उसकी अब तक पांच बैठकें हो चुकी हैं। इसमें हमने वैक्सीन के वितरण और उस पर आने वाले खर्च पर विचार किया है।
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