प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जो लोग पहले कई वर्षों तक सरकार में रहे, उन्होंने किसानों को अपने हाल पर छोड़ दिया। वादे किए गए और भुला दिए गए। पिछली सरकार की कृषि नीतियों के कारण, गरीब और गरीब हो गया, क्या किसानों की इस स्थिति को बदलना महत्वपूर्ण नहीं था?
प्रधानमंत्री ने कहा, देश के कई हिस्सों में, समझौते की खेती की कोशिश की गई है। यह डेयरी क्षेत्र में किया गया है। अब तक आपने सुना है कि किसी कंपनी ने डेयरी उद्योग पर एकाधिकार कर लिया है?
पीएम मोदी ने कहा, किसानों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के कारण, हम खुले दिमाग से उनके सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार उन लोगों से बात करने के लिए तैयार है, जब तक कि चर्चा तथ्यों पर आधारित है। केवल आत्मानिर्भर किसान ही आत्मानबीर भारत की नींव रख सकता है।
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