अपने मुखपत्र ‘सामना’ में शिवसेना ने लिखा है कि एक समय था जब कांग्रेस पत्थर को भी खड़ा करती थी, तो उसे लोगों का समर्थन हासिल होता था। लेकिन अब कांग्रेस के समर्थन वाली मतपेटी बदल चुकी है।
शिवसेना ने यूपीए का नेतृत्व पहले भी एनसीपी प्रमुख शरद पवार को सौंपने की वकालत की थी। सामना के संपादकीय में कहा गया है कि यूपीए के नेतृत्व के लिए कांग्रेस को प्रदर्शन करके दिखाना होगा।
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