पटना : तेजस्वी यादव ने अपनी एक चुनावी सभा में ‘बाबू साहेब’ शब्द का जिक्र किया था, जिसे बिहार में आमतौर पर राजपूत बिरादरी के लिए प्रयोग किया जाता है। बाबू साहेब शब्द को लेकर तेजस्वी द्वारा दिए गए बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई थी और इसके बाद खास करके एक जाति विशेष में इसको लेकर काफी असंतोष था। ऐसे में अब तेजस्वी यादव ने डैमेज कंट्रोल की पॉलिसी अपनाते हुए इस बयान पर सफाई दी है।
मंगलवार को तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार के लिए रवाना होने से पहले कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से लोगों के बीच प्रचारित करने की कोशिश विपक्ष द्वारा की जा रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मैंने राजपूतों को लेकर कोई बयान नहीं दिया है, बल्कि बाबू शब्द से मेरा कहना बिहार सरकार के उन सभी सरकारी विभागों में कार्यरत लोगों से था जो आमतौर पर नीतीश कुमार की सरकार में भ्रष्टाचार के पर्याय बन गए हैं। तेजस्वी ने कहा कि हमको पता था कि इस बयान के बाद लोग बिहार की जनता को मुद्दों से भटकाने की कोशिश करेंगे।
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