ब्लैक होल में प्रवेश करने के लिए जरूरी स्थितियों का दो फिजिसिस्ट्स ने पता लगा लिया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, ब्लैक होल में जाना वन-वे ट्रिप होगी क्योंकि ब्लैक होल से तो रोशनी भी बाहर नहीं निकल सकती तो किसी इंसान के बाहर आने की संभावना रखना बेकार है।
ग्रिनेव कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर लियो और शंशान रॉड्रीकस ने ब्लैक होल के दो आकार की आपस में तुलना की है। इनमें से एक सितारे का द्रव्यमान सूरज के बराबर था और दूसरे महाविशाल ब्लैक होल का द्रव्यमान सूरज से अरबों गुना ज्यादा था। छोटे ब्लैक होल रोटेट नहीं होते और इनके इवेंट होराइजन का रेडियस काफी कम होता है। यह वजह जगह होती है, जिसके आगे निकलने के बाद कुछ वापस नहीं आता है।
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